विधानसभा में अंतिम वाणी
विषय: ‘कार्यस्थगन प्रस्ताव की सूचना’
अध्यक्ष: मैंने कार्यस्थगन प्रस्ताव की सूचना को अमान्य किया है।
श्री कर्पूरी ठाकुर: अध्यक्ष महोदय, मैंने एक कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था। देवघर जिला के मोहनपुर थाना के दारोगा ने श्री हेमा लाल सिंह, श्री दिनेश्वर राउत को पकड़कर थाने पर हाजत में रखा।ं 27 घंटे तक खाना नहीं दिया, दोनों पैर बाँधकर और सूअर की तरह उसमें लाठी घुसेड़कर टाँगकर ले गया और मारा-पीटा। एक महीने तक वह बीमार रहा और उसके इलाज में हजारों रुरूपए खर्च हुए। हमने इसके संबंध में डायरेक्टर जनरल को, आई.जी. को लिखकर दिया और हमको उन लोगों ने आश्वस्त किया। लेकिन मुझे कल मालूम हुआ है कि आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, तो अध्यक्ष महोदय, एक थानेदार इस तरह जुल्म करता रहेगा? जुल्म का नंगा नाच करेगा तो न्याय कैसे होगा? थानेदार कानून का पालक होता है। कानून का उल्लंघन करना उसका काम नहीं है। इस तरह से अँधेर एक थानेदार करता रहेगा तो यह जनतंत्र कैसे बचेगा और लोगों को चैन कैसे मिलेगा? इसलिए मैं माँग करता हूँ कि अविलंब इस पर कार्रवाई की जाए।